एक पर्वाज़ दिखाई दी है | Gazal Lyrics by Gulzar | Gazal Singer : Jagjit Singh | Free Hindi Gazal Lyrics by Lyrics World | Sandeep Kr Singh

 



एक पर्वाज़ दिखाई दी है
तेरी आवाज़ सुनाई दी है


सिर्फ़ इक सफ़्हा पलट कर उस ने
सारी बातों की सफ़ाई दी है


फिर वहीं लौट के जाना होगा
यार ने कैसी रिहाई दी है


जिस की आँखों में कटी थीं सदियाँ
उस ने सदियों की जुदाई दी है


ज़िंदगी पर भी कोई ज़ोर नहीं
दिल ने हर चीज़ पराई दी है


आग में क्या क्या जला है शब भर
कितनी ख़ुश-रंग दिखाई दी है

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Ghazal : Ek Parwaz Dikhayi Di Hai 
Singer & Music : Jagjit Singh 
Lyrics : Gulzar 

Album : Marasim

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