सुलैमान फ़राज़ हसनपूरी लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैंसभी दिखाएं
अगर ज़ख़्मी न हो तो ये जिगर अच्छा नहीं लगता by सुलैमान फ़राज़ हसनपूरी | Gazal Lyrics By Sandeep Singh
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