रुके रुके से क़दम रुक के बार बार चले | Lyrics by Gulzar | Free Hindi Lyrics by Lyrics World | Sandeep Kr Singh




रुके रुके से क़दम रुक के बार बार चले
क़रार दे के तिरे दर से बे-क़रार चले


उठाए फिरते थे एहसान जिस्म का जाँ पर
चले जहाँ से तो ये पैरहन उतार चले


न जाने कौन सी मिट्टी वतन की मिट्टी थी
नज़र में धूल जिगर में लिए ग़ुबार चले


सहर न आई कई बार नींद से जागे
थी रात रात की ये ज़िंदगी गुज़ार चले


मिली है शम्अ' से ये रस्म-ए-आशिक़ी हम को
गुनाह हाथ पे ले कर गुनाहगार चले

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Song Credits: Film: Mausam Song: Ruke Ruke Se Qadam Artist: Lata Mangeshkar Music Director: Madan Mohan Lyricist: Gulzar Filmstar: Sharmila Tagore, Sanjeev Kumar, Om Shivpuri, Deena Pathak Director: C.P Dixit Label :: Saregama India Ltd.

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