जल्दी में (Jaldi Mein)
[Hook]
जल्दी में जी रहा हूँ, जल्दी में मर रहा हूँ,
वक्त के साथ भाग रहा, पर पीछे छूट रहा हूँ।
जल्दी में जी रहा हूँ, जल्दी में मर रहा हूँ,
ये रेस है या ज़िंदगी, समझ नहीं पा रहा हूँ।
[Verse 1]
सुबह की घड़ी बजी, नींद अधूरी छोड़ी,
दौड़ता हूँ स्टेशन, ट्रेन छूटी तो खो दी।
बॉस का कॉल आया, डेडलाइन की टेंशन,
जल्दी में खाया नाश्ता, बिना चबाए ।
ऑफिस की रेस, फिर घर की भागदौड़,
सपने तो बहुत हैं, पर वक्त नहीं काफी।
दोस्त याद आते हैं, पर मिलने का ना वक्त,
जल्दी में जी रहा हूँ, ये है मेरा हकीकत।
[Hook]
जल्दी में जी रहा हूँ, जल्दी में मर रहा हूँ,
वक्त के साथ भाग रहा, पर पीछे छूट रहा हूँ।
जल्दी में जी रहा हूँ, जल्दी में मर रहा हूँ,
ये रेस है या ज़िंदगी, समझ नहीं पा रहा हूँ।
[Verse 2]
बचपन की यादें, खेलते थे गली में,
अब तो बस चेकलिस्ट, लाइफ है गाड़ी में।
पैसा, शोहरत, सबकी है भूख,
पर दिल का सुकून कहीं खो गया जूठ।
माँ का इंतज़ार, रोटी का प्यार,
अब तो बस ऑर्डर, डिलीवरी का सितार।
जल्दी में रिश्ते, जल्दी में बातें,
जल्दी में प्यार, जल्दी में जुदाई।
[Bridge]
रुक जा थोड़ा, सांस ले ज़रा,
ये ज़िंदगी है, ये ना कोई रेस है।
खुद से मिल, खुद को समझ ले,
वरना ये वक्त, बस एक ब्लर है।
[Hook]
जल्दी में जी रहा हूँ, जल्दी में मर रहा हूँ,
वक्त के साथ भाग रहा, पर पीछे छूट रहा हूँ।
जल्दी में जी रहा हूँ, जल्दी में मर रहा हूँ,
ये रेस है या ज़िंदगी, समझ नहीं पा रहा हूँ।
[Outro]
जल्दी में नहीं, अब थोड़ा रुकूंगा,
खुद को खोजूंगा, खुद को जीऊंगा।
ये ज़िंदगी है, ये ना कोई रेस है,
अब तो बस जीना, यही मेरा मकसद है।
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